


-स्वच्छ राजनीति का उदाहरण
-विधानसभा सिकंदरपुर की है खाशियत
-इसीलिए नहीं कहा जाता गुलाबी नगरी
-बिल्थरारोड स्टेशन तक पहुंचे थे सभी
शशिकांत ओझा
बलिया ; संस्कारी दल होने का प्रमाण पत्र लेकर घूमने वाली भाजपा हो या अन्य दल सपा, बसपा और कांग्रेस आज के परिवेश में यह कहीं देखने को नहीं मिल रहा जो एक सितंबर को बलिया के सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र में मिला। यह शायद इसी लिए संभव हुआ कि यह फूलों की नगरी है और इससे स्वस्थ राजनीति का इत्र भी फैलता रहता है। समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पहली बार आ रहे नेता संजय भाई के स्वागत में वह सभी निकले जो विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं। टिकट के लिए कुछ ने आवेदन किया है।
शेख अहमद अली ” संजय भाई” सपा की सदस्यता कर एक सितंबर को बलिया आए। बिल्थरारोड उतर सिकंदरपुर होते हुए बलिया सपा कार्यालय पहुंचे। खासियत यह दिखी कि यहां से टिकट मांगने वाले शोएबुल इस्लाम, पुनीता सिं सोनी, जुबेर सोनू, वलिउल्लाह और विश्राम यादव सभी बेल्थरारोड स्टेशन पर स्वागत को पहुंचे। सनद रहे कि संजय भाई ने भी सदस्यता ग्रहण करते समय ही टिकट की मांग वाला आवेदन भी कर दिया था। टिकट मांगे उम्मीदवार का स्वागत टिकट मांग रहे उम्मीदवार ही करें यह किसी इत्र की खुशबू से कम नहीं है। यह सिकंदरपुर के इत्र की खुशबू थी कि संजय भाई की खुशबू इसके हाकिम तो खुदा ही हैं।
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